📖 UPSC Syllabus: एक ही जगह पाएं प्रीलिम्स से लेकर इंटरव्यू तक की पूरी जानकारी!
UPSC Syllabus इंटरव्यू तक की पूरी जानकारी!
यूपीएससी (UPSC) परीक्षा भारत की सबसे ज्यादा एहम और चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। हर साल लाखों उम्मीदवार/बच्चे सिविल सेवा में जाने का सपना लेकर इस परीक्षा की तैयारी शुरू करते हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन और सिलेबस की समझ के चककर में कई लोग बीच में ही हार मान लेते हैं। अगर आप भी UPSC की तैयारी कर रहे हैं या शुरुआत करने जा रहे हैं,
यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है! यहां हम प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू तक के पूरे यूपीएससी सिलेबस को विस्तार से समझेंगे। साथ ही, तैयारी के टिप्स और रणनीतियों पर भी चर्चा करेंगे।
यूपीएससी परीक्षा: एक संक्षिप्त परिचय/Brief Introduction
UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) हर साल सिविल सेवाओं (IAS, IPS, IFS, IRS आदि) के लिए परीक्षा आयोजित करता है। यह परीक्षा तीन चरणों/Steps में पूरी की जाती है:
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
मुख्य परीक्षा (Mains)
साक्षात्कार (Interview)
इन तीनों चरणों का UPSC Syllabus अलग-अलग है, लेकिन सभी को समग्र रूप/Overall Same तरिके से तैयारी करनी होती है। आइए, एक-एक करके हर चरण के सिलेबस और महत्वपूर्ण चीजों को समझते हैं।
1.[UPSC Syllabus] प्रीलिम्स परीक्षा: सिलेबस और तैयारी की रणनीति
प्रीलिम्स यूपीएससी का पहला चरण है, जो दो ऑब्जेक्टिव टाइप पेपर्स वस्तुनिष्ठ प्रश्न ( Objective qustion ) से मिलकर बना होता है। यह एक क्वालिफाइंग/Qualifying एग्जाम है, यानी इसमें मिलने वाले अंक मेन्स के एग्जाम में नहीं जोड़े जाते।
पेपर-I: सामान्य अध्ययन (General Studies)
इस पेपर में आपको कुल 100 प्रश्न मिलते हे जो की अंक: 200 के होते है जिनको करने के लिए बच्चों को समय: 2 घंटे दिया जाता है।
इस पेपर में मिलने वाला सिलेबस:
>राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएं (Current Affairs)
>भारत का इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम (History)
>भारतीय राजव्यवस्था और शासन (Polity)
>भारत और विश्व का भूगोल (Geography)
>आर्थिक और सामाजिक विकास (Economy)
>सामान्य विज्ञान (General Science)
पेपर-II: सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)
इस पेपर में आपको कुल प्रश्न: 80 मिलते है जो की अंक: 200 के होते है जिनको पूरा करने के लिए आपको समय: 2 घंटे दिया जाता है।
इस पेपर में मिलने वाला सिलेबस:
>कॉम्प्रिहेंशन (Comprehension)
>लॉजिकल रीजनिंग (Logical Reasoning)
>एनालिटिकल एबिलिटी (Analytical Ability)
>डेसीजन मेकिंग (Decision Making)
बेसिक न्यूमेरिकल सवाल (गणित के प्रश्न कक्षा 10 स्तर तक)।
[UPSC Syllabus] प्रीलिम्स की तैयारी के टिप्स:
अभियारती करंट अफेयर्स पर ज्यादा फोकस करें:
>अखबार (जैसे The Hindu), मैगजीन (योजना, कुरुक्षेत्र) और सरकारी रिपोर्ट्स पढ़ें।
>NCERT की किताबें (कक्षा 6 से 12 तक) इतिहास, भूगोल, विज्ञान पढ़े और अर्थव्यवस्था के लिए अपना बेस त्यार करे।
>मॉक/Mock टेस्ट दें: अपने कोचिंग स्थान या इंस्टिट्यूट पर प्रश्नों के पैटर्न और टाइम मैनेजमेंट की प्रैक्टिस करें।
ये ध्यान रखे की CSAT को हल्के में न लें: कई उम्मीदवार इससे हल्के में लेजाने के कारण इस पेपर में फेल हो जाते हैं।
2. मेन्स परीक्षा: विस्तृत/Detailed सिलेबस और लेखन कौशल/Writing Skills
प्रीलिम्स एग्जाम क्लियर करने के बाद मेन्स की परीक्षा होती है। इसमें 9 पेपर होते हैं, जिनमें से 7 पेपर मेरिट के लिए गिने जाते हैं। यह चरण आपके विश्लेषणात्मक क्षमता/Analytical ability और लेखन कौशल/Writing skills को परखता है।

मेन्स के पेपर्स:
>पेपर-A: भारतीय भाषा (क्वालिफाइंग/Qualifying, 300 अंक)।
>पेपर-B: अंग्रेजी (क्वालिफाइंग, 300 अंक)।
>पेपर-I: निबंध (Essay, 250 अंक)।
>पेपर-II: सामान्य अध्ययन-I (भारतीय विरासत, इतिहास, भूगोल, 250 अंक)।
>पेपर-III: सामान्य अध्ययन-II (शासन, संविधान, सामाजिक न्याय, 250 अंक)।
>पेपर-IV: सामान्य अध्ययन-III (प्रौद्योगिकी/Technology, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, 250 अंक)।
>पेपर-V: सामान्य अध्ययन-IV (नीतिशास्त्र/Ethics, नैतिकता, 250 अंक)।
>पेपर-VI और VII: वैकल्पिक विषय (Optional Subject, प्रत्येक 250 अंक)।
मेन्स एग्जाम के सिलेबस की गहराई:
>निबंध (Essay): सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और दार्शनिक विषयों पर लेखन/Writing
>सामान्य अध्ययन-I: भारतीय संस्कृति, कला और इतिहास, विश्व इतिहास और भूगोल।
>सामान्य अध्ययन-II: संविधान, शासन व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, सामाजिक कल्याण योजनाएं।
>सामान्य अध्ययन-III: कृषि, विज्ञान, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, आर्थिक विकास और बजट।
>सामान्य अध्ययन-IV: नैतिकता, सत्यनिष्ठा/Integrity, केस स्टडी
[UPSC Syllabus] मेन्स एग्जाम की तैयारी के टिप्स:
>उत्तर लेखन अभ्यास/Answer writing practice
लंबे और सही उत्तर लिखने की आदत डालें।
>वैकल्पिक विषय/Optional subject समझदारी से चुनें:
ऐसे सब्जेक्ट चुने जिसमें आपका इंट्रेस्ट हो और जिसमे आपको स्कोरिंग अच्छी हो।
>प्रैक्टिस के लिए उदाहरण और डेटा का प्रयोग करें:
स्टैटिस्टिक्स, समितियों के नाम, संवैधानिक/Constitutional प्रावधान याद रखें।
ये जरूर ध्यान रखे की नैतिकता पेपर के लिए केस स्टडीज प्रैक्टिस करें।
3. इंटरव्यू: व्यक्तित्व परीक्षण/Personality Test
[UPSC Syllabus] मेन्स क्लियर करने वाले उम्मीदवारों को इंटरव्यू (साक्षात्कार) के लिए बुलाया जाता है। यह चरण/Step 275 अंक का होता है और इसमें आपके आत्मविश्वास, तार्किक क्षमता/Logical ability और सामाजिक सजगता/Social awarness को परखा जाता है।

इंटरव्यू के लिए महत्वपूर्ण चीजे:
>डीएएफ (Detailed Application Form):
इसमें दी गई जानकारी (शैक्षणिक पृष्ठभूमि/Academic Background, हॉबीज/Hobbies, कार्य अनुभव) पर सवाल पूछे जाते हैं।
>समसामयिक मुद्दे/Current affairs:
राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं, सरकारी नीतियां।
>सिचुएशनल प्रश्न/Situational qustions:
“अगर आप IAS अधिकारी हैं तो XYZ समस्या का समाधान कैसे करेंगे?”
>व्यक्तिगत राय/Discussion:
समाज, नैतिकता, जीवन मूल्यों पर आपके विचार।
UPSC Syllabus इंटरव्यू की तैयारी के टिप्स:
>मॉक इंटरव्यू दें: अपने जवाबों को साफ सुत्रे तरिके और आत्मविश्वास से दें।
>जहा आप रहते है: अपने जिले और वैकल्पिक विषय/Optional subject की गहरी जानकारी रखें।
>बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें: इंटरव्यू लेने वाले अधिकारियो से आंखों से संपर्क बनाएं, सीधे बैठें।
UPSC Syllabus की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण साधन/Equipment
>NCERT Books: इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था के लिए बेसिक।
>अखबार: The Hindu या Indian Expres.
>मैगजीन: योजना, कुरुक्षेत्र, EPW.
>वैकल्पिक विषय: स्टैंडर्ड किताबें और कोचिंग नोट्स।
>ऑनलाइन प्लेटफॉर्म: YouTube चैनल (जैसे Unacademy, Vision IAS), वेबसाइट्स (PIB, PRS India).
[UPSC Syllabus] अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या यूपीएससी सिलेबस बहुत बड़ा है?
हां, लेकिन स्मार्ट प्लानिंग और रोज के रिवीजन से इसे आसान बनाया जा सकता है।
2. क्या ऑप्शनल सब्जेक्ट स्कोरिंग होता है?
हां, लेकिन यह आपकी रुचि/Intrest और समझदारी पर निर्भर करता है।
3. कितने समय में तैयारी पूरी होती है?
UPSC syllabus की तयारी लगभग औसतन 1-2 साल, में हो जाती है लेकिन यह व्यक्ति की मेहनत पर निर्भर करता है।
4. क्या इंटरव्यू में इंग्लिश जरूरी है?
बिलकुल नहीं, आप हिंदी या किसी अन्य भाषा में भी जवाब दे सकते हैं।
निष्कर्ष/परिणाम
[UPSC Syllabus] यूपीएससी की तैयारी एक दौड़ है, जिसमें धैर्य/Patience, समर्पण और सही रणनीति की जरूरत होती है। सिलेबस को समझकर और चरणबद्ध/Phased तरीके से पढ़ाई करके आप सफलता पा सकते हैं। याद रखें, हर सफल IAS अधिकारी ने कभी न कभी यही सफर शुरू किया था। आपकी मेहनत और लगन ही आपको मंजिल तक पहुंचाएगी।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन सही दिशा में मेहनत करने से सफलता मिल सकती है। प्रीलिम्स और मेन्स दोनों चरणों में अच्छी तैयारी के लिए समय प्रबंधन और सही सामग्री का चयन महत्वपूर्ण है। मॉक टेस्ट और नियमित अभ्यास से आप अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकते हैं। क्या आपको लगता है कि यूपीएससी परीक्षा में सफलता के लिए सिर्फ किताबी ज्ञान ही काफी है?
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना वाकई एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह सही मार्गदर्शन और समर्पण से संभव है। मुझे लगता है कि प्रीलिम्स और मेन्स के बीच के अंतर को समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह परीक्षा की रणनीति को पूरी तरह से बदल देता है। क्या आपको नहीं लगता कि मॉक टेस्ट और NCERT की किताबों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए? मैंने सुना है कि कई लोग इंटरव्यू में आत्मविश्वास की कमी के कारण असफल हो जाते हैं, क्या आप इससे बचने के लिए कोई सुझाव देंगे? यूपीएससी की तैयारी के दौरान समय प्रबंधन कैसे करें, यह भी एक बड़ा सवाल है। क्या आप मानते हैं कि सही रणनीति और लगन से कोई भी इस परीक्षा में सफल हो सकता है?
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना वाकई एक बड़ी चुनौती है। इस लेख में दी गई जानकारी काफी उपयोगी लगी, खासकर प्रीलिम्स और मेन्स के बारे में विस्तृत जानकारी। मुझे लगता है कि सही मार्गदर्शन और सिलेबस की समझ वाकई सफलता की कुंजी है। क्या आपको नहीं लगता कि मॉक टेस्ट और NCERT की किताबों पर जोर देना बहुत जरूरी है? मैंने सुना है कि कई लोग इंटरव्यू के दौरान घबरा जाते हैं, क्या आपके पास इसके लिए कोई टिप्स हैं? मुझे लगता है कि इस परीक्षा में सफल होने के लिए न केवल पढ़ाई बल्कि मानसिक तैयारी भी जरूरी है। आपका क्या विचार है? क्या आप मानते हैं कि यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग जरूरी है या सेल्फ स्टडी से भी काम चल सकता है?
यूपीएससी परीक्षा वास्तव में एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है, और इसकी तैयारी में सही रणनीति का होना बेहद जरूरी है। यह देखकर अच्छा लगा कि आपने परीक्षा के हर चरण को विस्तार से समझाया है, लेकिन क्या आप यह बता सकते हैं कि इंटरव्यू के लिए कौन-कौन से पहलू सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं? मुझे लगता है कि प्रीलिम्स के बाद मेन्स की तैयारी में कई लोग अक्सर लेखन कौशल पर कम ध्यान देते हैं, जो कि एक बड़ी गलती है। आप क्या सोचते हैं, क्या लेखन कौशल को सुधारने के लिए कोई खास टिप्स हैं? यूपीएससी परीक्षा में सफलता के लिए मॉक टेस्ट देना कितना जरूरी है? क्या आपको लगता है कि सिर्फ एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना पर्याप्त है या इससे अधिक की आवश्यकता है?
यूपीएससी की परीक्षा वाकई भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसे हर साल लाखों छात्र देते हैं, लेकिन सफलता अंततः बहुत कम ही छात्रों को मिल पाती है। मैंने भी इस परीक्षा की तैयारी शुरू की थी, लेकिन सिलेबस और समय प्रबंधन को लेकर कई बार हताशा महसूस की। क्या आपको नहीं लगता कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए एक स्पष्ट रणनीति और मानसिक संतुलन बहुत जरूरी है? अखबार पढ़ना और मॉक टेस्ट देना तो अच्छा है, लेकिन क्या आपको लगता है कि ये सभी के लिए उपयोगी हैं? मेरा मानना है कि हर छात्र की तैयारी का तरीका अलग होना चाहिए, क्योंकि सबकी जरूरतें और क्षमताएं अलग होती हैं। क्या आप इस बात से सहमत हैं? मैं यह जानना चाहूंगा कि आपकी नजर में सफलता पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्या है?
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना वाकई एक बड़ी चुनौती है। मुझे लगता है कि सही मार्गदर्शन और सिलेबस की समझ बहुत महत्वपूर्ण है। क्या आपको लगता है कि प्रीलिम्स और मेन्स के बीच का समय पर्याप्त है? मैंने सुना है कि मॉक टेस्ट देना बहुत फायदेमंद होता है, क्या आप इससे सहमत हैं? NCERT की किताबों को पढ़ने के अलावा और कौन सी सामग्री आप सुझाएंगे? मुझे लगता है कि इंटरव्यू चरण में आत्मविश्वास बहुत मायने रखता है, आपका क्या विचार है? क्या आपको लगता है कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग जरूरी है?
यूपीएससी परीक्षा वाकई भारत की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है, जिसके लिए सही मार्गदर्शन और समझ की आवश्यकता होती है। मुझे लगता है कि प्रीलिम्स और मेन्स दोनों चरणों की तैयारी के लिए सही रणनीति बनाना बेहद महत्वपूर्ण है। NCERT की किताबें और मॉक टेस्ट जैसे सुझाव बहुत उपयोगी लगे, लेकिन क्या आपको लगता है कि केवल यही पर्याप्त है या और कुछ जोड़ने की जरूरत है? मैंने सुना है कि कुछ छात्रों को समय प्रबंधन में कठिनाई होती है, आपके अनुसार इससे कैसे निपटा जा सकता है? साथ ही, मेन्स में लेखन कौशल को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है? क्या आपका कोई विशेष टिप्स या सुझाव है जो आप साझा करना चाहेंगे?
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना वाकई एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह सही मार्गदर्शन और समर्पण से संभव है। मुझे लगता है कि प्रीलिम्स और मेन्स के बीच के अंतर को समझना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह परीक्षा की रणनीति को पूरी तरह बदल देता है। क्या आपको नहीं लगता कि मॉक टेस्ट और समय प्रबंधन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए? मैंने देखा है कि कई लोग सिलेबस को पूरा करने में इतना उलझ जाते हैं कि प्रैक्टिस पर कम ध्यान देते हैं। क्या आपके पास कोई ऐसी टिप है जो प्रीलिम्स और मेन्स दोनों के लिए काम आ सके? मुझे लगता है कि NCERT की किताबें बेस बनाने के लिए बहुत उपयोगी हैं, लेकिन क्या आपको नहीं लगता कि कुछ विषयों के लिए अतिरिक्त स्रोतों की भी जरूरत होती है? अंत में, इंटरव्यू के लिए आत्मविश्वास कैसे बनाए रखें, इस पर आपकी क्या राय है?
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना वाकई एक बड़ी चुनौती है। मुझे लगता है कि सही मार्गदर्शन और सिलेबस की समझ बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन क्या आपको नहीं लगता कि इतनी जानकारी के बीच कई लोग भ्रमित हो जाते हैं? मैंने देखा है कि कई छात्र प्रीलिम्स और मेन्स के बीच के अंतर को ठीक से समझ नहीं पाते। क्या आपको लगता है कि मॉक टेस्ट और NCERT की किताबें वाकई पर्याप्त हैं? मैंने सुना है कि कुछ छात्रों को लगता है कि इंटरव्यू चरण सबसे कठिन होता है, क्या आप इससे सहमत हैं? मुझे लगता है कि यूपीएससी की तैयारी में समय प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती है, आपका क्या विचार है? क्या आपको लगता है कि इस परीक्षा के लिए कोचिंग जरूरी है या सेल्फ स्टडी से भी काम चल सकता है?
UPSC परीक्षा की तैयारी करना वाकई एक बड़ी चुनौती है, लेकिन यह सही मार्गदर्शन और समर्पण के साथ संभव है। मुझे लगता है कि प्रीलिम्स और मेन्स दोनों चरणों में समय प्रबंधन और सही रणनीति बहुत महत्वपूर्ण है। क्या आपको नहीं लगता कि NCERT की किताबों को पढ़ने के अलावा, करंट अफेयर्स पर ध्यान देना भी जरूरी है? मैंने सुना है कि मॉक टेस्ट देने से आत्मविश्वास बढ़ता है, लेकिन क्या आपको लगता है कि यह वास्तविक परीक्षा के लिए पर्याप्त है? मैं यह भी जानना चाहूंगा कि क्या आपके पास मेन्स के लिए लेखन कौशल सुधारने के लिए कोई विशेष टिप्स हैं? क्या आप मानते हैं कि इंटरव्यू में आत्मविश्वास और संवाद कौशल सबसे ज्यादा मायने रखते हैं?